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Friday, 6 October 2023

हिंदुस्तानातील मराठे आणि त्यांनी स्थापन केलेले मराठा साम्राज्य याचा शोध भाग ४२६


हिंदुस्तानातील मराठे आणि त्यांनी स्थापन केलेले मराठा साम्राज्य याचा शोध
भाग ४२६
मराठो का गौरवशाली इतिहास
।।।। मराठा ।।।।
मित्रों.......इस शब्द को आज जाति के रुप मे ही पहचाना जाता है किंतु ३५० वर्ष पुर्व यह शब्द केवल जाति तक सिमीत नही था मराठा यह शब्द हिंदुस्तान की राजनीति मे तब सक्रिय हुआ जब सारा हिंदुस्तान हरे झंडे के अत्याचार मे झुलस रहा था । मुगल, तुर्क, अफगान, पठानो जैसे कइ लुटेरे उत्तर हिंदुस्तान मे उत्पात मचा रहे थे तो दक्षिणमे एक ओर आदिलशाही, बिदरशाही, कुतूबशाही थी तो दुसरी ओर निजाम, अंग्रेजों की तरह कइ यवन इस भूमि के पुत्रो का रक्त सिच रहे थे । यही समय था जब सह्याद्री के सुपूतोने मराठो ने विद्रोह करने की ठान ली । कौन थे ये मराठा ?
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मराठा वही संगठन महाशक्ति का नाम हैं जिसने १७ वी शताब्दी मे सारे ओर के यवनो को लोहे के चने चबवा दिये । शहाजी के पुत्र छत्रपति शिवाजी राजे के नेतृत्व मे इन मराठों ने केवल कुछ वर्षोंमे ऐसा चमत्कार कर दिया की इनका विनाश करने के लिये स्वयं औरंगजेबको दक्षिणकी युद्ध भूमि मे आना पडा । किंतु यहा आनेके पश्चात उसे कभी पुनः दिल्ली जानेका अवसर ही नही मिला। जो मराठों के विनाश के लिये दिल्ली से दक्षिणभुमि पे आये उसिका विनाश मराठों के ही भुमिमे हुआ किंतु मराठों का अंत न हो पाया ।
इतिहास मे मराठों के प्रति कुछ वर्णन ऐसे भी है की, एक मराठा सैनिक दिखने मे तो साधारण सा लगता था शरीर की हड्डियां दिखती साधारण से वस्त्र पेहने हुए मराठा सैनिक को पेहली बार देखनेपर शत्रु को ये तो केवल साधारण से सैनिक लगते थे किंतु जब यही मराठा युद्ध भूमि में युद्ध करते तब बडीसे बड़ी सेनाका मनोबल ध्वस्त करते थे ।
जब शत्रु के घोडे पानी पीते समय थरथराते तो उनके मालिक उनसे पुछते की, क्या तुमने मराठों की छवि पानी में देखी हैं जो थरथरा रहे हो ?
ऐसे कई वर्णन हैं जिससे मराठों का शौर्य स्पष्ट होता हैं।
जय भवानी
जय शिवाजी
जयतु हिंदुत्व
जयोस्तु हिंदुराष्ट्र
© पोस्ट प्रकाश ब्रीद जी कि पोस्ट से कांपी कि गई है ।

 

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